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Showing posts from January, 2017

मित्रो 1000 का नोट महंगाई बढ़ा रहा था तभी हमने 2000 का नोट छोटा बनाया है।

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मित्रो 1000 का नोट महंगाई बढ़ा रहा था तभी हमने 2000 का नोट छोटा बनाया है।

Top 5 TRP of News Channel Third week 2017

WEEKLY DATA  Week 3: Saturday, 14th January 2017 to Friday, 20th January 2017 http://www.barcindia.co.in/statistic.aspx Rank Channel Name Weekly Impressions (000s) sum Week 3 1 Aaj Tak 115902 2 India TV 99470 3 Zee News 91522 4 ABP News 88020 5 India News 70134 HSM (U+R) : NCCS All : 15+ Individuals, To get this data on your Twitter timeline, tweet with #BarcTweet Top 5 Hindi News Channels

प्रधानमंत्री का दर्द Pain of Indian Prime Minister

एक प्रधानमंत्री, वो थीं, जिसके ऊपर महिला होने के बावजूद कोई जुल्म करने की सोच भी नहीं सकता था। ये हैं, जो 56" सीने के बावजूद जुल्म सहे जा रहे हैं। भैये,तुम इस्तीफा दे दो, तुमसे न हो पायेगा।।

Benefit Of Surya Namaskar

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रानी पद्मावती का सच्चा इतिहास ।कायर अलाउद्दीन खिलजी पर भारी पड़ा था रानी पद्मावति का ‘अदम्य साहस : ये है सच्चा इतिहास !!

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हिंदुस्तान के इतिहास में दफन वो तारीख जब दिल्ली सल्तनत में खिलजी वंश के दूसरे शासक ने चित्तौडगढ़ पर कब्जा किया था। वो साल 1303 का था और ये साल 2017 और आज 714 साल बाद भी खिलजी की ‘विजय’ और चित्तौडगढ़ की रानी पद्मावति कहानी सुनते ही दिल सिहर उठता है ।  महान थे राजपूत और उनका गौरव और बेहद झूठा और मक्कार था ख़िलजी । बता दें कि अलाउद्दीन खिलजी का मूल नाम अली गुर्शप्प था और वो बचपन से ही बेहद मक्कार था, उसने अपने चाचा और अपनी पत्नी के पिता यानी रिश्ते में में ससुर जलाल-उद-दीन फिरोज खिलजी की हत्या कर दी और उसके बाद 1296 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत की गद्दी पर बैठ गया था । ग़ौरतलब है कि चित्तौड़गढ़ पर खिलजी की कूच की वजह चितोड़गढ़ को जीतना और रानी पद्मावति को अपनी सेक्स ग़ुलाम बनाना था । अवधी में मलिक मुहम्मद जायसी द्वारा लिखे पद्मावत में इसका वर्णन है। राजपूतों को हराने और रानी को सेक्स ग़ुलाम बनाने की चाह मन में लिए खिलजी ने 1303 में चित्तौड़गढ़ पर चढ़ाई कर दी। वह भारी लाव लश्कर लिए चित्तौडगढ़ किले के बाहर डट गया था । चित्तौड़ के महाराणा रतन सिंह को जब दिल्ली से खिलजी की सेना के कूच

मजबूत पी ऍम सॉरी मजबूर

ये लोग मुझे छोड़ेंगे नही,ये लोग मुझे मार देंगे। फिर दोस्तों मैं तीन महीने से जुल्म सह रहा हूँ ये प्रधानमंत्री हैं या तीन तलाक से सताई महिला।

मन की बात

मोदीजी ने कहा है कि परीक्षाओं को त्यौहार की तरह मनाइये.. फेल हुए तो डिग्री वो बनवा देंगे..! 😂😂 😀😀😊#मन की बात

मन की बात

मोदीजी ने कहा है कि परीक्षाओं को त्यौहार की तरह मनाइये.. फेल हुए तो डिग्री वो बनवा देंगे..! 😂😂 😀😀😊#मन की बात

अच्छे दिन

महबूबा मुफ्ती का हाथ पकडकर 370 हटायेगें शरद पवार का पैर पकड कर भ्रष्टाचार मिटाएगें, मित्रों किचड फैलाकर कमल खिलाएंगें ॥

प्रधानमंत्री आवास योजना – ऑनलाइन फॉर्म व पूर्ण जानकारी हिंदी में।PMAY AWAS YOGNA IN HINDI

Pradhan Mantri Awas Yojana in Hindi |प्रधानमंत्री आवास योजना का अप्लिकेशन फॉर्म डाउनलोड करें व आवेदन करने की विधि समझिए – हिन्दी में जानिए इस योजना से संबंधित पूरी जानकारी प्यारे दोस्तो – आपके लिए हमारे पास एक खुशख़बरी है, 3 नवंबर 2016 से आवास योजना के लिए ऑनलाइन आवेदनों को शुरू कर दिया गया है | आवेदन कैसे करना है ये आपको नीचे पूरा विस्तार से बताया गया है |माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत में लोगों की आवास संबंधित मुश्किलों को समझते हुए एक नयी योजना का शुभारंभ किया | इस योजना का नाम प्रधान मंत्री आवास योजना रखा गया है | इस योजना को 25 जून 2015 को हरी झंडी दी गई थी| वर्ष 2015 से लेकर 2022 तक इस योजना के तहत मकानों का निर्माण किया जाएगा जो की बहुत ही सस्ती क़ीमतों पर दिए जाएँगें| इच्छुक आवेदकों को आवेदन करने से पहले इस योजना से संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी होनी चाहिए | इसी लिए हम इस लेख में आपको हर ज़रूरी सूचना से अवगत कराएँगे| क्या है प्रधान मंत्री आवास योजना? अपना खुद का घर होना हर किसी की ज़िंदगी का एक सपना होता है| बहुत से लोग ज़मीन व फ्लेट की बढ़ती हुई क़ीमतों की

CHECK: CBSE 10th & 12th Revised Date Sheet 2017

CHECK: CBSE 10th & 12th Revised Date Sheet 2017 Click On Link and Get Direct Date Sheet of CBSE 2017 http://cbse.nic.in/newsite/attach/CORRIGENDUM%20FOR%20DATESHEET.pdf

भारत की विश्व में बदलती भूमिका

ब्रिटेन के एक अंतर्राष्ट्रीय विचार मंच ने विश्व में भारत की बदलती भूमिका पर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत बेशक अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अहम किरदार निभाने की आकांक्षा रखता है, लेकिन उसने कुछ हद तक अपनी इन इच्छाओं को बाधित किया हुआ है। इसकी वजह यह है कि वह स्वयं को एक विकासशील देश महसूस करता है और उसे सर्वप्रथम घरेलू चुनौतियों से दो-चार होने का दबाव झेलना पड़ता है।  इसी महीने पेश की गई इस रिपोर्ट में चैथम हाउस के विश्लेषक गारेथ प्राइस कहते हैं, “भारत के ज़्यादातर योजनाकार विश्व में ज्यादा अहम भूमिका निभाने की अपनी आकांक्षा पूरी करने की दिशा में कदम बढ़ाने की बजाय अब भी घरेलू चुनौतियों की तरफ ध्यान केन्द्रित करते हैं और उसे प्राथमिकता देते हैं।“ इस रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत सहायता औऱ विकास के क्षेत्र में अपनी भूमिका बढ़ा रहा है। हालांकि भारत से बड़ी मात्रा में सहायता प्राप्त करने वालों में अब भी उसके पुराने साथी अफगानिस्तान, भूटान और नेपाल ही हैं। वह दुनिया के अन्य देशों खासतौर पर अफ्रीका में भी अपनी यह कोशिशें बढ़ा रहा है। इस हफ्ते प्रधानमंत्री मनमोहन सिं

Haryana Date Sheet:-9 th & 11 th Class Sr. Sec./Sec.Hos(Reg/Re-Appear)and IX/XI March 2017

http://www.bseh.org.in/date-sheet/

मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है। मुझे हिंदुस्तानी होने पर गर्व है

ना सरकार मेरी है ! ना रौब मेरा है ! ना बड़ा सा नाम मेरा है ! मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व हैं, मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है। Happy Republic day

26 जनवरी का संदेश

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लोकतंत्र का अर्थ केवल अधिकार नहीं होता है. लोकतंत्र का अर्थ होता है अधिकार और कर्तव्यों का समन्वय. भारतीय लोकतंत्र के लिए सबसे दुखद बात यह है, कि अभी तक इसकी ढेर सारी कमियों को दूर नहीं किया गया है. आइए मनाएँ गणतन्त्र का पर्व जन जागरूकता के साथ. जागरूक जनता हीं लोकतंत्र में अपने कर्तव्यों को खुद निभाती है, और जनता के द्वारा निभाए गए कर्तव्य हीं जनता के अधिकारों की रक्षा करते हैं. किसी देश के संविधान में समय के साथ जब सुधार नहीं किए जाते हैं, तब उस देश में लोकतान्त्रिक मूल्यों का हनन होने लगता है. देश से बढ़कर न धर्म है, न जाति, न भाषा, न राज्य, भारत भूमि में हीं हमने जन्म पाया है. और इसी धरती पर हमारा पालन-पोषण हुआ है. जिस देश की जनता जागरूक नहीं है, वहाँ लोकतंत्र मूकदर्शक बनकर रह जाता है. और जनता दुख सहती रहती है. लोकतंत्र में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सत्ता में बैठने वाले के पास विध्वंसक शक्तियाँ न हो. जिस लोकतंत्र में स्त्री और पुरुष के हितों का बराबर ध्यान न रखा गया हो, वह केवल नाम का लोकतंत्र है. जनसहभागिता के बिना लोकतंत्र निष्प्रभावी है. मीडिया और राजनीत सही ह

भारत के लोगो के लिए 26 जनवरी का क्या महत्व है और हम 26 जनवरी क्यों मनाते हैं ।

भारत की आजादी 15 अगस्त 1947 के बाद कई बार संशोधन करने के पश्चात भारतीय संविधान को अंतिम रूप दिया गया जो 3 वर्ष बाद यानी 26 नवंबर 1950 को आधिकारिक रूप से अपनाया गया। तब से 26 जनवरी को हम गणतंत्र दिवस मनाते आ रहे हैं। इस बार हम 68वाँ गणतंत्र दिवस मनाएँगे। भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और इस दौरान लोगों में लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति असंतोष भी व्याप्त होता गया। असंतोष का कारण भ्रष्ट शासन और प्रशासन तथा राजनीति का अपराधिकरण रहा। भारत में बहुत से ऐसे व्यक्ति और संगठन हैं जो भारतीय संविधान के प्रति श्रद्धा नहीं रखते। गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है । यह दिवस भारत के गणतंत्र बनने की खुशी में मनाया जाता है । 26 जनवरी, 1950 के दिन भारत को एक गणतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था । इसी दिन स्वतंत्र भारत का नया संविधान अपनाकर नए युग का सूत्रपात किया गया था । यह भारतीय जनता के लिए स्वाभिमान का दिन था । संविधान के अनुसार डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने । जनता ने देश भर में खुशियाँ मनाई । तब से 26 जनवरी को हर वर्ष गणतंत्र दिवस के रूप

Padma Awards 2017 Winners List: Virat Kohli, chef Sanjeev Kapoor, Sakshi Malik get Padma Shri; MM Joshi, Sharad Pawar get Padma Vibhushan

Padma Vibhushan 1. Shri K J Yesudas Art-Music Kerala 2. Sadhguru Jaggi Vasudev, Spiritualism, Tamil Nadu 3. Shri Sharad Pawar, Public Affairs, Maharashtra 4. Shri Murli Manohar Joshi, Public Affairs, Uttar Pradesh 5. Prof. Udipi Ramachandra Rao Science & Engineering Karnataka 6. Late Shri Sunder Lal Patwa, (Posthumous), Public Affairs Madhya Pradesh 7. Late Shri PA Sangma, (Posthumous), Public Affairs Meghalaya Padma Bhushan 8. Shri Vishwa Mohan Bhatt Art-Music Rajasthan 9. Prof. (Dr.) Devi Prasad Dwivedi, Lit, rature & Education, Uttar Pradesh 10. Shri Tehemton Udwadia Medicine, Maharashtra 11. Shri Ratna Sundar Maharaj Others-Spiritualism, Gujarat 12. Swami Niranjana Nanda Saraswati, Yoga, Bihar 13. H.R.H. Princess Maha Chakri Sirindhorn (Foreigner), Literature & Education, Thailand 14. Late Shri Cho Ramaswamy (Posthumous) Literature & Education – Journalism Tamil Nadu Padma Shri 15. Smt. Basanti Bisht, Art-Music, Uttarakhand 16. Shri Chemanchery

मोदी जी ने उन लोगो को चोट नही पहुंचआईं जिनके नोट पनामा में हैं उन लोगो पे चोट पहुंचाई जिनके नोट पाजामे में है।

5 राज्यों में होने वाले चुनावो की तारीखों पूरा ब्यौरा

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1# उत्तर प्रदेश: सीटें: 403  वोटिंग: 7 फेज में: 11, 15, 19, 23, 27 फरवरी, 4 और 8 मार्च अभी किसकी सरकार: सपा 2# पंजाब सीटें: 117 वोटिंग: 4 फरवरी अभी किसकी सरकार: अकाली दल+बीजेपी 3# उत्तराखंड सीटें: 70 वोटिंग: 15 फरवरी                                                                                     अभी किसकी सरकार: कांग्रेस 4# गोवा सीटें: 40 वोटिंग: 4 फरवरी अभी किसकी सरकार: बीजेपी 5# मणिपुर सीटें: 60 वोटिंग: 2 फेज में: 4 और 8 मार्च अभी किसकी सरकार: कांग्रेस नॉमिनेशन और पर्चा दाखिल करने की तारिख  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पहला फेज: 15 जिले, 73 सीटें - नोटिफिकेशन: 20 जनवरी - नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख: 24 जनवरी - नॉमिनेशन की स्क्रूटनी: 25 जनवरी  - नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख: 27 जनवरी - वोटिंग: 11 फरवरी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव दूसरा फेज: 11 जिले, 67 सीटें - नोटिफिकेशन: 20 जनवरी - नॉमिनेशन दाखिल करने की आखिरी तारीख: 27 जनवरी - नॉमिनेशन की स्क्रूटनी: 28 जनवरी  - नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख: 30 जनवरी - वो

वोट मत दो कम से कम जूते तो मत मारो

हाल ही के दिनों में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के ऊपर जूते फेंकने और उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के पर पथराव होने के मामले पर राजनाथ ने रैली में बोला कि अगर आपको वोट नहीं देना है तो मत दीजिए, लेकिन जूता मत फेंकिये और ना ही लाठी चलाइए. ऐसी नौबत आ गयी है आज कल तथाकथित देशभक्तों की। सिंघासन खाली करो की जनता आती है आज पंजाब में बीजेपी और अकाली की इतनी बुरी हालत हो गयी है कि देश के गृहमंत्री को रैली में कहना पड़ रहा हैं कि चाहे वोट मत दो कम से कम जूते तो न मारो। ये हालत हो गयी है पंजाब में एक राष्ट्रीय पार्टी की। https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=10155406626462580&id=27682782579

★आज के जमाने में कुछ शब्दों का नवनिकरन हो गया है जैसे विकलांग का दिव्यांग और चमचों का भक्त★★

आज के जमाने में कुछ शब्दों का नवनिकरन हो गया है जैसे विकलांग का दिव्यांग और चमचों का भक्त लेकिन सिर्फ नाम बदल जाने से दोनों की अंदरूनी पीड़ा कम और ख़त्म नही हो जाती।

मीडिया की गन्दी राजनीती शुरू ! अब media बदलकर modia हो गयी है!

जैसे की आपने देखा होगा जैसे ही चुनाव आते हैं आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है। और सभी पार्टियाँ एक दूसरे पर झूठे आरोप लगा देते हैं और मीडिया इस चुनावी माहौल में बहुत अहम् रोल अदा करता है। 1• चुनाव आने वाले हैं अब सीबीआई का दुरूपयोग होना आम बात है! झूठे आरोप लगाये जायेंगे 2• मीडिया झूठी और आधारहीन ख़बरें चलाएंगे। तरह तरह के फ़र्ज़ी सर्वे आएंगे जिसमे वो पैसे लेके ज़मीनी सच्चाई को छुपाने की कोशिश करेंगे। 3• फ़र्ज़ी सीडी आएँगी भरस्टाचार और अश्लीलता की 4• फ़र्ज़ी चिठ्ठी और सोशल मीडिया पर झूठे मैसेज आएंगे मीडिया बन चुकी है भेड़िया लेकिन आप मीडिया पर ध्यान न दे अपने विवेक का इस्तेमाल करें और देश हित में काम करने वाली सरकार को चुनें।

बिकाऊ मीडिया का गन्दा खेल ।इंडिया न्यूज़ संजय सिंह की फ़र्ज़ी चिठ्ठी दिखाकर पंजाब चुनाव में लोगो को भटकाने का काम कर रहा है!

अभी अभी इंडिया न्यूज़ बिना सत्यापित किये हुए एक खबर चला रहा है कि संजय सिंह ने एक चिठ्ठी लिखी जिसमे इंटरनल सर्वे में कांग्रेस को आगे दिखाया। जबकि संजय सिंह ने पहले ही ट्वीट करके बताया कि ये चिठ्ठी मेरी नही न इसपे मेरे हस्ताक्षर है। ये है दोस्तों इस बिकाऊ मीडिया का खेल। बिना किसी जानकारी के ये कोई भी झूठी खबर चला देते हैं अब चुनाव से पहले ये ही खेल चलेगा । ये मीडिया है जिसकी क्रेडिबिल्टी आज जीरो हो चुकी है इस गन्दी पॉलिटिक्स के कारण।

यूपी के चुनाव ज़ोरों पर है लेकिन बीजेपी के हिंदूवादी नेता वरुण गांधी कँही नज़र नही आ रहे

यूपी में चुनाव होने जा रहा है और चुनावी माहौल पूरा गर्म है लेकिन गजब की बात यह है कि एक जाना माना चेहरा और बीजेपी का कद्दावर नेता कंही नज़र नही आ रहा। जी हां यूपी के चुनाव जोरों पर है और सभी पार्टियां अपने प्रचार में लगी हुई हैं लेकिन वरुण गांधी कंही नज़र नही आ रहे। हिंदूवादी छवि रखने वाले वरुण गाँधी जी का कोई अता पता ही नही हैं जिसे यूपी सी ऍम का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था।

मेरी कोशिशें कभी नाकाम नही होंगी।मुझ पर आज हँसने वाले कल अपना अंजाम देख लेना।

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मेरी कोशिशें कभी नाकाम नही होंगी।मुझ पर आज हँसने वाले कल अपना अंजाम देख लेना।

हर देश में एक केजरीवाल होता है।

हर देश में एक केजरीवाल होता ही होता है जो ईमानदारी से भृष्ट लोगो और अन्याय से लड़ता है। हमें गर्व है हमारे पास ओरिजिनल वाला है।

डॉ कुमार विश्वास का अरविन्द केजरीवाल के कपड़ो पर सवाल उठाने वालों को करारा जबाब

अरविन्द केजरीवाल की सादगी (मुफलर और सादा कपड़ों )पर जब बीजेपी ने ऊँगली उठाई  तब डॉ कुमार विश्वास ने मुहतोड़ जवाब दिया। हम उस देश के वासी हैं जहाँ आदमी की पहचान चरित्र से होती है कपड़ों से नहीं। 10 लाख के सूट पहनने से आदमी जैंटलमैन नही बन जाता। गांधी जी भी खादी की धोती में अध्नंगन अवस्था में रहते थे लेकिन उनकी पहचान पुरे विश्व में अपने चरित्र से थी।

डिग्री पर राजनीति नही होनी चाहिए...बीजेपी

डिग्री पर राजनीति नही होनी चाहिए...बीजेपी तो तोमर के पिछे दिल्ली पूलिस को क्या देश का मनोरंजन करने के लिए लगाया था। # स्मृति ईरानी # नरेंद्र मोदी।

भकतों की कहानी भक्त की जुबानी

भकतों की कहानी भक्त की जुबानी - नाकामी हुजूर की छिपाता रहूँगा, तारीफों के बंगले बनाता रहूँगा, बेच दे वे देश चाहे अम्बानी या माल्या को, पर मैं भक्त हूँ,नमो-नमो गाता रहूँगा. जीडीपी गिर रहा है,पर मुझे उस से क्या, बेरोजगार बढ़ रहे हैं,पर मुझे उस से क्या, “अच्छे दिन” जुमला था,भले मान लिया हो मेरे देवताओं ने, मतलब “अच्छे दिन” अब नहीं आएँगे,पर मुझे उससे क्या, मैं तो “मन की बात” सुन-सुन कर खुशी से पगलाता रहूँगा, क्योंकि भक्त हूँ,नमो-नमो गाता रहूँगा. केजरीवाल गद्दार है,क्योंकि प्रभु से सवाल करता है, कपिल देशद्रोही है,क्योंकि सच बोल कर बवाल करता है, भले ही वाड्रा और सोनिया सबूत होने के बाद भी बाहर घूम रहे हों, पर हर वो आधारकार्ड धारक पाकिस्तानी है,जिसे इस बात का मलाल रहता है, अपना हक मांगने वाले हर भारतीय के लिए मैं नयी-नयी गालियाँ बनाता रहूँगा, क्योंकि भक्त हूँ,नमो-नमो गाता रहूँगा. लीला देखो प्रभु की के चाय बेच कर करोड़ो कमाए, तभी तो घूमते हैं लाखों का सूट और हजारों का चश्मा चढ़ाए, पप्पू तो पागल है जो गरीबों की थाली में भी खा लेता है, वरना ये कहाँ की समझदारी है की कोई करो

पंजाब में सिर्फ आप...बाकी सब साफ

पंजाब में सिर्फ आप...बाकी सब साफ #भक्तों आंसु पोछनें के लिये रुमाल पहले से ही खरीद लो कही ऐसा ना हो बाजार में रुमाल ही कम पड़ जाये...

सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी हिंदी में Netaji Subhash Chandra Bose Biography in Hindi

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पूरा नाम – सुभाषचंद्र जानकीनाथ बोस राष्ट्रीयता –  भारतीय, उपलब्धि – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे, बोस भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी और “इंडियन नेशनल आर्मी” के संस्थापक थे | आजादी के पूर्व की अवधि में वो भारत के भविष्य के लिए लेबर पार्टी से बात करने लन्दन गये थे | उनके ताइवान से अचानक खो जाने के कारण उनके अस्तित्व की सम्भावनाओ की कई बार वाद विवाद हुआ था | सुभाष चन्द्र बोस का प्रारम्भिक जीवन सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को बंगाल प्रान्त के उडीसा भाग के कटक जिले में हुआ था | उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माता का नाम प्रभावती देवी था | वो उनके परिवार के 14 बच्चो में से 9वे स्थान पर थे | उनको जनवरी 1902 में अपने भाई बहनों की तरह Protestant European School में दाखिला दिलाया गया | उन्होंने 1909 तक प्रारम्भिक शिक्षा ग्रहण कर रेवेंशॉव कॉलेजिएट स्कूल में भेज दिया गया | जिस दिन सुभाष चन्द्र बोस का दाखिला उस विद्यालय में हुआ तभी उनके प्रधानाध्यापक ने उनकी प्रतिभा समझ ली थी | 1913 में मैट्रिक परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त करने के बाद कॉलेज की पढाई के लिए प

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