मात्र 10 दिन भी नहीं टिक पायी मोदी सरकार की राहत, बराबर हुए डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार को भी ईंधन के दाम बढ़े हैं. आज दिल्ली में पेट्रोल के दाम तो नहीं बढ़े लेकिन डीजल की कीमत में 8 पैसे की बढ़ोतरी हुयी है.जिसके कारण सोमवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 82.72 रुपये प्रति लीटर हो गई है. डीजल की बात करें तो यह भी 8 पैसे महंगा हुआ है. इस बढ़त के साथ यह 75.46 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है.
साथ ही मुंबई की बात करें तो यहां पर आपको एक लीटर पेट्रोल 88.18 रुपये प्रति लीटर का मिल रहा है. वहीं, डीजल यहां 79.11 के स्तर पर पहुंच गया है. देश की आर्थिक राजधानी में डीजल की कीमतों में 9 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि पेट्रोल का दाम कल के ही स्तर पर बना हुआ है.
आपको बता दें कि 5 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 2.5 रुपये की कटौती की थी, इसके अलावा कई राज्य सरकारों ने भी ऐसा ही किया था. हालांकि, तब से अब तक लगातार जिस तरह पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं उससे वह कटौती लगभग पूरी ही हो गई है.
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अगस्त महीने से ही लगातार बढ़ोतरी जारी है.
विपक्ष में रहते हुए पेट्रोल डीजल पर हंगामा मचने वाली मोदी सरकार आज पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों पर बिलकुल चुप है जिससे साफ़ तोर पर नज़र आता है कि विपक्ष में रहते हुए बीजेपी ने तेल की कीमतों पर सिर्फ राजनीती की जबकि सत्ता में आने के बाद उसी तेल की कीमतों को लेकर उन्हें साँप सूंघ गया है
साथ ही मुंबई की बात करें तो यहां पर आपको एक लीटर पेट्रोल 88.18 रुपये प्रति लीटर का मिल रहा है. वहीं, डीजल यहां 79.11 के स्तर पर पहुंच गया है. देश की आर्थिक राजधानी में डीजल की कीमतों में 9 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि पेट्रोल का दाम कल के ही स्तर पर बना हुआ है.
आपको बता दें कि 5 अक्टूबर को केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 2.5 रुपये की कटौती की थी, इसके अलावा कई राज्य सरकारों ने भी ऐसा ही किया था. हालांकि, तब से अब तक लगातार जिस तरह पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं उससे वह कटौती लगभग पूरी ही हो गई है.
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अगस्त महीने से ही लगातार बढ़ोतरी जारी है.
विपक्ष में रहते हुए पेट्रोल डीजल पर हंगामा मचने वाली मोदी सरकार आज पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों पर बिलकुल चुप है जिससे साफ़ तोर पर नज़र आता है कि विपक्ष में रहते हुए बीजेपी ने तेल की कीमतों पर सिर्फ राजनीती की जबकि सत्ता में आने के बाद उसी तेल की कीमतों को लेकर उन्हें साँप सूंघ गया है
Comments
Post a Comment