ट्रंप के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर बोले किम- दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन ने सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप में मुलाकात की. एक-दूसरे को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले दोनों नेताओं की यह ऐतिहासिक मुलाकात हर तरफ चर्चा में है.सिंगापुर समिट में दोनों के बीच मुलाकात एक तरह से सफल रही है. संयुक्त बयान जारी करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने किम जोंग को व्हाइट हाउस आने का न्योता दिया.जबकि किम ने कहा कि दुनिया आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखेगी.

सेंटोसा द्वीप के कैपेला रिजॉर्ट में दोनों नेताओं के बीच 41 मिनट तक वन-ऑन-वन मुलाकात हुई. ये मुलाकात कई मायनों में ऐतिहासिक है. अमेरिका का कोई सिटिंग राष्ट्रपति पहली बार किसी उत्तर कोरियाई नेता से मिला है. वहीं, सत्ता संभालने के 7 साल बाद किम जोंग उन पहली बार इतनी लंबी विदेश यात्रा पर आए हैं.

मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने में लगे रहे ट्रंप
ये महज मुलाकात नहीं कूटनीतिक एनकाउंटर था. किम जोंग और डोनाल्ड ट्रंप पहली बार आमने-सामने हुए तो दुनिया भर के विशेषज्ञों की नजर दोनों के हाव-भाव पर थी. दुनिया देखना चाहती थी कि किम जोंग से कैसे मिलते हैं ट्रंप. बाएं से किम जोंग और दाएं से डोनाल्ड ट्रंप की स्टेज पर जैसे ही एंट्री हुई दोनों तरफ से मनोवैज्ञानिक दांव शुरू हो गए.

किम और ट्रंप की मुलाकात के बाद दोनों नेताओ ने क्या-क्या कहा 
ट्रंप ने कहा आगे हमारे रिश्ते बेहद शानदार होंगे. वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं, हम बेहद अच्छी चर्चा करने वाले हैं और हमारे रिश्ते शानदार होंगे, इसमें मुझे कोई संदेह नहीं है.उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा कि सिंगापुर में आज हो रही बैठक की राह में कई रोड़े थे. उन्होंने बताया हमने उन बाधाओं को पार किया और आज हम यहां हैं.दुनिया आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखेगी.

ट्रंप-किम की ऐतिहासिक मुलाकात से एशियाई बाजार में आयी तेज़ी 
इस मुलाकात के पहले अमेरिकी-यूरोपीय शेयर बाजारों में भी तेजी देखी गई थी. डॉलर में भी मजबूती देखी गई है. डॉलर तीन हफ्ते के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है. भारतीय शेयर बाजार भी सुबह कारोबार की शुरुआत में हरे निशान में दिखे.

आखिर किस धर्म को मानते हैं किम जोंग उन?
अक्सर लोगों के मन में एक सवाल यह उठता है कि पूरी दुनिया को धता बताकर एक के बाद एक लगातार मिसाइल परीक्षण करने वाले नॉर्थ कोरिया प्रमुख किम जोंग उन आखिर किस धर्म को मानते हैं? किम जोंग उन एक नास्तिक हैं यानी एक ऐसा शख्स जो किसी ईश्वर को नहीं मानता है. किम जोंग उन किसी धर्म और किसी ईश्वर की सत्ता में विश्वास नहीं रखते हैं.उत्तर कोरिया की सरकार के मुताबिक, वे कम्युनिजम के सिद्धांत को मानते हैं जिसे देश के लोग चलाते हैं.चोन्डोइजम को उत्तर कोरिया की आधिकारिक मान्यता प्राप्त है. इस धर्म के लोगों का विश्वास है कि इंसान को खुद ही अपने और अपने समुदाय को बेहतर बनाना पड़ता है और मरने के बाद कोई पुनर्जन्म जैसी चीजें नहीं होती हैं.उत्तर कोरिया में एक छोटा सा समुदाय है जो बौद्ध और ईसाई धर्म में विश्वास करता है हालांकि यह देश की कुल आबादी का 5 प्रतिशत से भी कम है.

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