आम आदमी पार्टी पर लगाए झूठे पुलिस केसों का सच्चा इतिहास ,जानिए कैसे झूठे आरोपों से केजरीवाल को बदनाम करने की साजिश रची गयी !
आज आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उनके सारे विरोधियो की नींद हराम हो रखी है वो आम आदमी पार्टी का तोड़ निकालने में लगे हुए हैं कि किस प्रकार आम आदमी पार्टी की छवि को खराब किया जाये और आप की लोकप्रियता को धूमिल किया जाये
इसके लिए दो रास्ते थे पहला
तो अब सवाल उठता है कि किस प्रकार आम आदमी पार्टी को गिराया जाये इसके लिए विरोधियों पर सिर्फ दूसरा रास्ता ही बचा था कि आप पार्टी पर झूठे आरोप लगाएं जाये और मीडिया द्वारा आरोपों को खूब प्रचारित व प्रसारित किया जाये ताकि लोग झूठ को सच समझ सकें
और ऐसा ही किया गया आम आदमी पार्टी के विधायकों ,मंत्रियो और यँहा तक की उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री पर झूठे आरोप लगाए गए ! और पहले से लिखी स्क्रिप्ट के अनुसार मीडिया के कुछ लोगों ने दिन रात उन आरोपों को सच जैसा बताकर चलाया। ताकि लोग विश्वास कर सकें
लेकिन कहते हैं न झूठ के पाँव नहीं होते और कुछ ही दिनों में सच्चाई सबके सामने आ जाती है
लेकिन ये सब मीडिया ने नहीं दिखाया कि आम आदमी पार्टी पर लगे आरोप झूठे साबित हुए
देखिये कैसे झूठे आरोपों में कोर्ट ने क्या कहा .
1. 21 अगस्त 2015 को दिल्ली कैंट के विधायक कमांडो सुरेंद्र सिंह को अरेस्ट किया. उन पर एनडीएमसी के एक कर्मचारी से कथित मारपीट का आरोप था लेकिन SC/ST एक्ट लगाकर गिरफ्तार किया. लेकिन कोर्ट ने मामले को राजनीति से प्रेरित बताकर जमानत दे दी.
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2. मालवीय नगर से विधायक सोमनाथ भारती पर उनकी पत्नी द्वारा लगाए आरोप भी झूठे निकले , कोर्ट ने कहा उनकी पत्नी ने आरोप लगाया कि सोमनाथ भारती ने उनकी कलाई काटी लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में नहीं पाया गया, कुत्ते से कटवाने की बात भी बिलकुल फर्जी निकली.
3. मॉडल टाउन से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी 26 नवंबर 2015 को गिरफ्तार हुए, 27 तारीख को रिहा हो गए . पूरा केस फर्जी था. गवाह आरोपी के साथ वाले ही थे, महिला घटना का विवरण भी नहीं दे पाई और न ही सबूत दे पाई, पूरा केस फर्जी साबित हुआ.
4. संगम विहार से विधायक दिनेश मोहनिया को 25 जून 2016 को गिरफ्तार किया 26 को ही जमानत गयी .उनके खिलाफ भी कोई सबूत नहीं मिला ! कोर्ट ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि हैं और जमानत दे दी गई.
5. कोंडली से विधायक मनोज कुमार को 9 जुलाई को गिरफ्तार किया और 20 जुलाई को उन्हें जमानत मिली. कोर्ट ने लिखा है कि विधायक मनोज कुमार का केस से कोई संबंध नहीं पाया गया.और इस तरह ये केस भी फ़र्ज़ी निकला।
6. विकासपुरी से विधायक महेंद्र यादव 29 जनवरी को गिरफ्तार हुए और 30 को जमानत मिल गयी. यादव पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी काम में बाधा डालने, दंगा भड़काने और सरकारी कर्मचारी से बदसलूकी करने का आरोप लगाया गया।
जानकारी के अनुसार, महेंद्र यादव दिल्ली के निहार विहार इलाके में एक बच्ची के साथ हुए रेप मामले में दोषियों के खिलाफ पिछले दिनों अपने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने आरोप लगाया कि उन्होंने व उनके समर्थकों ने थाने पर पथराव और हंगामा किया।
इस केस में भी उनके खिलाफ कुछ नहीं मिला
7. देवली से विधायक प्रकाश जारवाल के ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगा. बाद में पता चला कि जिस दिन का जिक्र महिला कर रही थी, दरअसल घटना उसके एक दिन पहले 2 जून की थी. आरोपी महिला का झूठ सामने आया. ये केस भी राजनीति से प्रेरित था.
8. पालम से विधायक भावना गौड़ के खिलाफ फर्जी डिग्री का मामला चलाया गया. उनकी एक एक डिग्री सही निकली, कोर्ट में जिन्होंने आरोप लगाया वो मुंह के बल गिरे.
ऊपर लगे सभी केस झूठे साबित हुए लेकिन जब आदमी पार्टी के नेता कोर्ट से बरी हुए तब इस मीडिया ने आपको नहीं बताया कि किस प्रकार उनपर फ़र्ज़ी मुकदमे चलाये गए। इससे आपको सरकार की नियत और मीडिया के चरित्र का पता चलता है जो आप नेताओ पर लगे झूठे इल्जामों दिन रात गला फाड़ फाड़ कर बताते हैं लेकिन जैसे ही वो कोर्ट से आरोपों से बरी होते हैं तो लगता है जैसे उनकी जुबान को लकया मार गया हो।
आम आदमी पार्टी के नेता लगातार बीजेपी पर साजिश का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि 'जब जनप्रतिनिधि सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी का क्या होगा.' आम आदमी पार्टी का कहना है कि 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली की हार को पचा नहीं पाए हैं जो सच साबित होता भी दिख रहा है !
Well written
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