मैं भी इस भक्तिमय वातावरण में भक्तो जैसी भक्तिमयी बातें कर सकता हूँ लेकिन किसी नेता के लिए अपना ज़मीर बेचना मुझे नहीं आता !!
दोस्तों मैं भी इस भक्तिमय वातावरण में भक्तो जैसी भक्तिमय बातें कर सकता हूँ लेकिन किसी नेता के लिए अपना ज़मीर बेचना मुझे नहीं आता
आपने आजकल ऐसे कई लोगो को देखा होगा जो दिन रात मोदी-मोदी का गुणगान करते है वो हर अच्छे -बुरे कामों मोदी की प्रसंशा करते हैं वो ऐसे लोग हैं जो मोदी के पक्ष में सिर्फ माहौल बना कर रखते हैं और लोगो को जमीनी हकीकत से दूर रखते हैं
लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो सब जानते हैं कि क्या बुरा हो रहा है और क्या नहीं , लेकिन उनको मोदी भक्ति का रोग लगा हुआ है वो समझते सब है लेकिन जुबान पर कुछ नहीं ला पाते ,वो अपने दिल को हमेशा ये तसल्ली देते रहते हैं कि मोदी जी जो भी करेंगे अच्छा ही करेंगे ,लेकिन जैसे ही मोदी सरकार की गलत नीतियां सामने आती हैं वो कुछ दिनों के लिए मुँह छुपाये फिरते हैं
असलियत में वो सच्चे मोदी भक्त है जो दिन रात मोदी जाप करते रहते हैं उन्हें देश और समाज से कुछ लेना देना नहीं, बस मोदी भक्ति ही उनके लिए सर्वोपरि है !
और कुछ ऐसे लोग हैं जो मीडिया द्वारा भ्रमित हैं वो लोग भावात्मक होते हैं ,सच और झूठ में अंतर करना उनके लिए थोड़ा कठिन होता है वो मीडिया के बनाये कुचक्र में जल्दी फंस जाते हैं।
पर क्या किसी नेता की भक्ति करना कितना उचित है
हमें मुद्दों पर समर्थन करना होगा। सच को सच और झूठ को झूठ बोलना पड़ेगा। सिर्फ आँखे बंद करके किसी की अंधभक्ति करना देशभक्ति नही हो सकती ,इससे आप देश का नुकसान कर रहे हो। आज जो भी सरकार की गलत नीतियों का भी विरोध करता है उसे भक्त या तो गलियां देने ;लगते है या फिर उसे एंटी नेशनल यानि देशद्रोही का टैग लगा देते हैं क्या इस देश में भक्तो का स्तर इतना गिर गया है कि वो इतने अनैतिक और असंस्कारी हो गए हैं
क्या इस देश में विरोध करना या अपनी आवाज उठाना एंटी नेशनल है
जनता को किसी भी नेता की गलत नीतियों का विरोध करने का पूरा अधिकार है जैसे चुनी हुई सरकारों को 5 साल के लिए जनता पे शासन करने का अधिकार होता है
जब जब इस देश में किसी भी राजनितिक पार्टी ने जनता की आजादी का दायरा सिमित किया है तब तब सरकारों को अगले चुनावों में उसका नतीजा भुगतना पड़ा है
अरे भक्ति करो तो देश की करो ,मोदीभक्त कहलाने से अच्छा है देशभक्त कहलाना
आपने आजकल ऐसे कई लोगो को देखा होगा जो दिन रात मोदी-मोदी का गुणगान करते है वो हर अच्छे -बुरे कामों मोदी की प्रसंशा करते हैं वो ऐसे लोग हैं जो मोदी के पक्ष में सिर्फ माहौल बना कर रखते हैं और लोगो को जमीनी हकीकत से दूर रखते हैं
लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो सब जानते हैं कि क्या बुरा हो रहा है और क्या नहीं , लेकिन उनको मोदी भक्ति का रोग लगा हुआ है वो समझते सब है लेकिन जुबान पर कुछ नहीं ला पाते ,वो अपने दिल को हमेशा ये तसल्ली देते रहते हैं कि मोदी जी जो भी करेंगे अच्छा ही करेंगे ,लेकिन जैसे ही मोदी सरकार की गलत नीतियां सामने आती हैं वो कुछ दिनों के लिए मुँह छुपाये फिरते हैं
असलियत में वो सच्चे मोदी भक्त है जो दिन रात मोदी जाप करते रहते हैं उन्हें देश और समाज से कुछ लेना देना नहीं, बस मोदी भक्ति ही उनके लिए सर्वोपरि है !
और कुछ ऐसे लोग हैं जो मीडिया द्वारा भ्रमित हैं वो लोग भावात्मक होते हैं ,सच और झूठ में अंतर करना उनके लिए थोड़ा कठिन होता है वो मीडिया के बनाये कुचक्र में जल्दी फंस जाते हैं।
पर क्या किसी नेता की भक्ति करना कितना उचित है
हमें मुद्दों पर समर्थन करना होगा। सच को सच और झूठ को झूठ बोलना पड़ेगा। सिर्फ आँखे बंद करके किसी की अंधभक्ति करना देशभक्ति नही हो सकती ,इससे आप देश का नुकसान कर रहे हो। आज जो भी सरकार की गलत नीतियों का भी विरोध करता है उसे भक्त या तो गलियां देने ;लगते है या फिर उसे एंटी नेशनल यानि देशद्रोही का टैग लगा देते हैं क्या इस देश में भक्तो का स्तर इतना गिर गया है कि वो इतने अनैतिक और असंस्कारी हो गए हैं
क्या इस देश में विरोध करना या अपनी आवाज उठाना एंटी नेशनल है
जनता को किसी भी नेता की गलत नीतियों का विरोध करने का पूरा अधिकार है जैसे चुनी हुई सरकारों को 5 साल के लिए जनता पे शासन करने का अधिकार होता है
जब जब इस देश में किसी भी राजनितिक पार्टी ने जनता की आजादी का दायरा सिमित किया है तब तब सरकारों को अगले चुनावों में उसका नतीजा भुगतना पड़ा है
अरे भक्ति करो तो देश की करो ,मोदीभक्त कहलाने से अच्छा है देशभक्त कहलाना
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