आरएसएस की प्रेरणा और ट्रेनिंग से हो पाई सर्जिकल स्ट्राइक.....क्या मोदी जी भी यही मानते हैं?
दोस्तों तब से सर्जिकल स्ट्राइक हुई है तब से हमारे रक्षा मंत्री अपनी और हमारे प्रधानमंत्री की बड़ाई करते थक नही रहे हैं और आज तो हद्द जब हो गयी जब सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय वो अपने और प्रधानमंत्री के साथ साथ आरएसएस को देते दिखाई देते रहे हैं जबकि सारा श्रेय हमारे जवानों को जाना चाहिए।
आज सोचने की जरुरत है कि सिर्फ आरएसएस ही एक मात्र ऐसा संघठन है जो राष्ट्रवाद और राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा और दिशा देता है
जो लोग आरएसएस से नही वो राष्ट्रवादी और राष्ट्रभक्त नही है क्या
क्या मुझे भारतीय होने का गर्व आरएसएस कराता है
क्या 1965, 1971,और 1999 के युद्ध आरएसएस ने जिताएं है हर बार हमारे नेता अपनी गन्दी राजनीती के लिए हमारी सेना का अपमान क्यों करते है
श्री अटल बिहारी जी तो आरएसएस के प्रचारक भी रहे हैं उन्होंने तो कभी नही कहा कि कारगिल युद्ध हमने आरएसएस की वजह या उनकी ट्रेनिंग या शिक्षा से जीता ।
अभी रोजाना पाकिस्तान और आतंकवादियों की तरफ से हमले हो रहे हैं और आज भी हमारे एक वीर जवान ने अपनी शहादत दी है उनकी चिता अभी ठंडी भी नही हुई है और हमारे रक्षा मंत्री अभी तक ये गन्दी राजनीती खेल रहे हैं
अगर इतनी ही ट्रैनिंग और शिक्षा आपने आरएसएस से ली हुई है तो मैं तो कहूंगा आप सिमा पे जाके देश के लिए लड़ के दिखाईये।
मैं भी चाहता हूँ की देश भर में सर्जिकल स्ट्राइक के होर्डिंग और पोस्टर लगे लेकिन उसमें हमारे वीर जवानों के पराक्रम और उनकी गाथा हो न की नेताओ की।
आज सोचने की जरुरत है कि सिर्फ आरएसएस ही एक मात्र ऐसा संघठन है जो राष्ट्रवाद और राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा और दिशा देता है
जो लोग आरएसएस से नही वो राष्ट्रवादी और राष्ट्रभक्त नही है क्या
क्या मुझे भारतीय होने का गर्व आरएसएस कराता है
क्या 1965, 1971,और 1999 के युद्ध आरएसएस ने जिताएं है हर बार हमारे नेता अपनी गन्दी राजनीती के लिए हमारी सेना का अपमान क्यों करते है
श्री अटल बिहारी जी तो आरएसएस के प्रचारक भी रहे हैं उन्होंने तो कभी नही कहा कि कारगिल युद्ध हमने आरएसएस की वजह या उनकी ट्रेनिंग या शिक्षा से जीता ।
अभी रोजाना पाकिस्तान और आतंकवादियों की तरफ से हमले हो रहे हैं और आज भी हमारे एक वीर जवान ने अपनी शहादत दी है उनकी चिता अभी ठंडी भी नही हुई है और हमारे रक्षा मंत्री अभी तक ये गन्दी राजनीती खेल रहे हैं
अगर इतनी ही ट्रैनिंग और शिक्षा आपने आरएसएस से ली हुई है तो मैं तो कहूंगा आप सिमा पे जाके देश के लिए लड़ के दिखाईये।
मैं भी चाहता हूँ की देश भर में सर्जिकल स्ट्राइक के होर्डिंग और पोस्टर लगे लेकिन उसमें हमारे वीर जवानों के पराक्रम और उनकी गाथा हो न की नेताओ की।
भारत की राजनीती इस हद्द तक गिर सकती है ये कभी सोचा नही था
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