माफीनामें पर बीजेपी आईटी सेल ने की बदनाम करने की कोशिश? लेकिन जनता ने केजरीवाल की माफ़ी को सराहा !
आप ने लोगों को गलतियों पर माफ़ी माँगते देखा होगा लेकिन राजनीती का उसूल है कि गलतियाँ होने पर भी माफ़ी नहीं माँगी जाती ,आज तक देश में बहुत से नेता बहुत से घोटाले ,हत्या ,चोरी और बलात्कार जैसे संगीन आरोपों में सम्मलित पाए गए लेकिन क्या किसी ने माफ़ी माँगी ,नहीं ना
जी हाँ किसी ने माफ़ी नहीं मांगी क्युकी हमारी राजनीती इतनी गन्दी हो गयी है जँहा माफ़ी की कोई जगह नहीं है अगर आप माफ़ी माँगते हो तो समझो आप अपराध कर रहे हो !
आजादी के 70 सालों में आपने कुछ चुनिंदा नेताओ को माफ़ी मांगते हुए देखा होगा जैसे लाल बहादुर शास्त्री जी ने रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था और देश की जनता से माफ़ी मांगी थी।
भ्र्स्टाचार की लड़ाई में अरविन्द केजरीवाल ने एक बार पहले भी लोकपाल बिल पास न होने देने पर इस्तीफा दे दिया था और फिर जनता से माफ़ी मांगी थी
ऐसे वाक़्या हमारी राजनीती में बहुत काम देखने को मिलते है !
मानहानि केस में अरविन्द केजरीवाल की माफ़ी पर विरोधी पार्टी की आईटी सेल और मीडिया ने केजरीवाल को खूब बदनाम करने की कोसिस की ! केजरीवाल की माफ़ी को मीडिया ने राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया ,अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ खूब नफरत फैलाई गयी ! अरविन्द केजरीवाल की उपलभदियों पर खामोश मीडिया केजरीवाल की माफ़ी पर नौ नौ बाँस कूदने लगी ! देखते ही देखते केजरीवाल को बहुत बड़ा अपराधी बना दिया गया ,उधर आईटी सेल ने भी कोई कसार नहीं छोड़ी फेसबुक हो या व्हाट्सप्प हर जगह केजरीवाल के खिलाफ नेगेटिव खबरें फैलाई गयी।
लेकिन ये लोग अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पाए ,जनता ने केजरीवाल की माफ़ी को खूब सराहा ,उन्होंने कहा कि माफ़ी माँगने से कोई छोटा नहीं होता और न ही माफ़ी मांगना कोई अपराध है
जनता ने यंहा तक कहा कि हमने किसी नेता को हत्या जैसे संगीन आरोपों पर भी माफ़ी माँगते नहीं देखा , ये पहला ऐसा ईमानदार आदमी है जो माफ़ी मांगने में बिलकुल भी नहीं चुकता ,कई बार देश की सेवा के लिए ऐसे अपमान क घूंट भी पीना पड़ता है !
माफ़ी को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा समझायी गयी बाते जनता को खूब समझ आयी ,उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने समझदारी दिखाते हुए क़ानूनी पचड़ों से बचने के लिए माफ़ी मांगी ताकि वो ज्यादा से ज्यादा समय देश की जनता की सेवा में लगा सके।
जनता ने केजरीवाल की इस माफ़ी को खूब सराहा और दिल्ली में ऐसे ही काम करने के लिए अपने आशीर्वाद भी दिया !
जी हाँ किसी ने माफ़ी नहीं मांगी क्युकी हमारी राजनीती इतनी गन्दी हो गयी है जँहा माफ़ी की कोई जगह नहीं है अगर आप माफ़ी माँगते हो तो समझो आप अपराध कर रहे हो !
आजादी के 70 सालों में आपने कुछ चुनिंदा नेताओ को माफ़ी मांगते हुए देखा होगा जैसे लाल बहादुर शास्त्री जी ने रेल दुर्घटना की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था और देश की जनता से माफ़ी मांगी थी।
भ्र्स्टाचार की लड़ाई में अरविन्द केजरीवाल ने एक बार पहले भी लोकपाल बिल पास न होने देने पर इस्तीफा दे दिया था और फिर जनता से माफ़ी मांगी थी
ऐसे वाक़्या हमारी राजनीती में बहुत काम देखने को मिलते है !
मानहानि केस में अरविन्द केजरीवाल की माफ़ी पर विरोधी पार्टी की आईटी सेल और मीडिया ने केजरीवाल को खूब बदनाम करने की कोसिस की ! केजरीवाल की माफ़ी को मीडिया ने राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया ,अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ खूब नफरत फैलाई गयी ! अरविन्द केजरीवाल की उपलभदियों पर खामोश मीडिया केजरीवाल की माफ़ी पर नौ नौ बाँस कूदने लगी ! देखते ही देखते केजरीवाल को बहुत बड़ा अपराधी बना दिया गया ,उधर आईटी सेल ने भी कोई कसार नहीं छोड़ी फेसबुक हो या व्हाट्सप्प हर जगह केजरीवाल के खिलाफ नेगेटिव खबरें फैलाई गयी।
लेकिन ये लोग अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पाए ,जनता ने केजरीवाल की माफ़ी को खूब सराहा ,उन्होंने कहा कि माफ़ी माँगने से कोई छोटा नहीं होता और न ही माफ़ी मांगना कोई अपराध है
जनता ने यंहा तक कहा कि हमने किसी नेता को हत्या जैसे संगीन आरोपों पर भी माफ़ी माँगते नहीं देखा , ये पहला ऐसा ईमानदार आदमी है जो माफ़ी मांगने में बिलकुल भी नहीं चुकता ,कई बार देश की सेवा के लिए ऐसे अपमान क घूंट भी पीना पड़ता है !
माफ़ी को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा समझायी गयी बाते जनता को खूब समझ आयी ,उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने समझदारी दिखाते हुए क़ानूनी पचड़ों से बचने के लिए माफ़ी मांगी ताकि वो ज्यादा से ज्यादा समय देश की जनता की सेवा में लगा सके।
जनता ने केजरीवाल की इस माफ़ी को खूब सराहा और दिल्ली में ऐसे ही काम करने के लिए अपने आशीर्वाद भी दिया !
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