नोटबंदी हुई बुरी तरह फ़ैल!, नोटबंदी के बाद 99% पैसा वापस आया
लो जी सुन लो अब आरबीआई के अनुसार 99 % पैसा वापस आ गया ,समझ में नहीं आ रहा वो काला धन कँहा गया , जिसके लिए प्रधानमंत्री जी ने कहा था मुझे सिर्फ 50 दिन दे दो मैं आपको आपके सपनो का भारत दूंगा।
और बोला था कि अगर बस 50 दिन मुझे दे दीजिए कालाधन वापिस ना आये तो आप जिस चौराहे पर चाहें फाँसी पर लटका देना!
कुछ ऐसे ही भाषणों से और देशभक्ति के नाम पर लोगों से नोटबन्दी पर समर्थन हासिल किया,
सैंकड़ो जाने गईं,
लोगों ने लाइन में लगकर पैसे जमा किये,
हर रोज आरबीआई की नई गाईडलाइन आई
और जब नतीजों की बात आई, जवाबदेही की बात आई तो टालमटोली का सिलसिला शुरू हो गया।
किसी के पास ना तो आंकड़े, ना कोई नतीजा
और जमीनी हकीकत पर आएं तो बाजार की कमर ही टूट गई,व्यापार - धंधों को बुरी तरह झटका लगा
अब लगभग 8 महीने बाद जब ताव-2 में मोदी जी ने लाल किले से आंकड़े बोल दिए तो आरबीआई को कुछ न कुछ तो करना ही था,
कहा जा रहा है 99% नोट वापिस आ गए, अर्थात 1% नही आये।
वेसे तो वो भी लोगों ने पुरातत्व विभाग की तरह संभाल कर रखी होगी पर फिर भी गर 1% को काला धन माना जाए तो नोटेबन्दी पूर्णतः विफल रही।
अरे निंदकों सुनो जेटली जी खुद कह रहे, नोटबन्दी का उद्देश्य कालाधन था ही नही तो आता कहाँ से!!
उद्देश्य करन्सी डिजिटल करना और आतंक रोकना था बस...
अब ये मत कहना आतंक कहाँ रुका!! 70 साल का गद्दार कोंग्रेस का किया धरा 3 साल मे रुकेगा क्या!! ऊपर से पाकिस्तान बाली जैसा है, राम पुत्रों के सत्ता मे आते ही आधा बल सूर वीरों का पाकिस्तान मे चला जाता है और पाकिस्तान दोगुना हावी हो जाता है!!
तो वो मोदी जी बोले की लाखों करोड़ कालाधन कालाधन धूं धूं जलेगा !!,
अरे नासमझों मोदी जी रावडी राठौर हैं उल्टे वाले... जो कहते वो डेफिनेटली नही करते हैं!!
विकास हुआ!! महंगाई कम हुई!! रोजगार बढ़े!! भ्रष्टाचार देश छोड़ के गया!!
नहीं ना !! फिर ??
पर आप महसूस नही कर सकते.. ये ही तो कला है!! एक गूंगे के बदले मन की बात वाला pm हमने ही तो चुना है।!!!
घबराओ मत विकास अंदर ही अंदर हो रहा है,अमेरिका दांतो तले ऊँगली दबायेगा जब गाय के गोबर का परमाणु बम्ब भारत बनाएगा!!
सेना अब पञ्चकुला मे लाठी भांजने जैसे छोटे मोटे काम आएगी..
चीन पाकिस्तान की बोलती बन्द करने तो अब अकेला ZEE TV बहुत है!
पेट्रोल गैस कृषि सब पर सब्सिडी छोड़ दो,हवा खाने पर भी टैक्स दो
आगे आगे सुलभ शौचालय मे पैसा भी कितनी ग्राम गए तोल कर लगेगा..तभी देश आगे बढ़ेगा.
और बोला था कि अगर बस 50 दिन मुझे दे दीजिए कालाधन वापिस ना आये तो आप जिस चौराहे पर चाहें फाँसी पर लटका देना!
कुछ ऐसे ही भाषणों से और देशभक्ति के नाम पर लोगों से नोटबन्दी पर समर्थन हासिल किया,
सैंकड़ो जाने गईं,
लोगों ने लाइन में लगकर पैसे जमा किये,
हर रोज आरबीआई की नई गाईडलाइन आई
और जब नतीजों की बात आई, जवाबदेही की बात आई तो टालमटोली का सिलसिला शुरू हो गया।
किसी के पास ना तो आंकड़े, ना कोई नतीजा
और जमीनी हकीकत पर आएं तो बाजार की कमर ही टूट गई,व्यापार - धंधों को बुरी तरह झटका लगा
अब लगभग 8 महीने बाद जब ताव-2 में मोदी जी ने लाल किले से आंकड़े बोल दिए तो आरबीआई को कुछ न कुछ तो करना ही था,
कहा जा रहा है 99% नोट वापिस आ गए, अर्थात 1% नही आये।
वेसे तो वो भी लोगों ने पुरातत्व विभाग की तरह संभाल कर रखी होगी पर फिर भी गर 1% को काला धन माना जाए तो नोटेबन्दी पूर्णतः विफल रही।
अरे निंदकों सुनो जेटली जी खुद कह रहे, नोटबन्दी का उद्देश्य कालाधन था ही नही तो आता कहाँ से!!
उद्देश्य करन्सी डिजिटल करना और आतंक रोकना था बस...
अब ये मत कहना आतंक कहाँ रुका!! 70 साल का गद्दार कोंग्रेस का किया धरा 3 साल मे रुकेगा क्या!! ऊपर से पाकिस्तान बाली जैसा है, राम पुत्रों के सत्ता मे आते ही आधा बल सूर वीरों का पाकिस्तान मे चला जाता है और पाकिस्तान दोगुना हावी हो जाता है!!
तो वो मोदी जी बोले की लाखों करोड़ कालाधन कालाधन धूं धूं जलेगा !!,
अरे नासमझों मोदी जी रावडी राठौर हैं उल्टे वाले... जो कहते वो डेफिनेटली नही करते हैं!!
विकास हुआ!! महंगाई कम हुई!! रोजगार बढ़े!! भ्रष्टाचार देश छोड़ के गया!!
नहीं ना !! फिर ??
पर आप महसूस नही कर सकते.. ये ही तो कला है!! एक गूंगे के बदले मन की बात वाला pm हमने ही तो चुना है।!!!
घबराओ मत विकास अंदर ही अंदर हो रहा है,अमेरिका दांतो तले ऊँगली दबायेगा जब गाय के गोबर का परमाणु बम्ब भारत बनाएगा!!
सेना अब पञ्चकुला मे लाठी भांजने जैसे छोटे मोटे काम आएगी..
चीन पाकिस्तान की बोलती बन्द करने तो अब अकेला ZEE TV बहुत है!
पेट्रोल गैस कृषि सब पर सब्सिडी छोड़ दो,हवा खाने पर भी टैक्स दो
आगे आगे सुलभ शौचालय मे पैसा भी कितनी ग्राम गए तोल कर लगेगा..तभी देश आगे बढ़ेगा.
99% notes legally exchanged! Was demonetisation a scheme designed to convert black money into white?— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) 30 August 2017
Comments
Post a Comment