राजस्थान की वसुंधरा सरकार ने उड़ाया गरीबों का मजाक, कहा- घर के बाहर लिखवाओ ‘मैं अत्यंत गरीब हूं’
" शर्मनाक !!" राजस्थान सरकार ने किसानों को NFSM के तहत लाभ लेने के लिए, घर के बाहर "मैं अत्यंत गरीब हूँ" लिखने के लिए कहा।
जिस राजस्थान के लोग अपनी खुद्दारी के लिए जाने जाते हैं, खुद को लाचार ना दिखाने के लिए अपना स्वाभिमान अपने चेहरे पर ओढ़े हुए चलते हैं, उन्हें राजस्थान की भाजपा सरकार सरकारी योजनाओं के नाम पर शर्मिंदा कर रही है।
जिस राजस्थान के लोग अपनी खुद्दारी के लिए जाने जाते हैं, खुद को लाचार ना दिखाने के लिए अपना स्वाभिमान अपने चेहरे पर ओढ़े हुए चलते हैं, उन्हें राजस्थान की भाजपा सरकार सरकारी योजनाओं के नाम पर शर्मिंदा कर रही है।
उनपर दबाव डाला जा रहा है कि, आप अपने घर के बाहर यह लिखवाएं कि मैं अत्यंत गरीब हूं।’ छोटी-छोटी दीवारों पर पुताई करके जगह-जगह ऐसा लिखा जा रहा है।
लोगों के प्रति संवेदनहीनता की हद पार कर चुकी वसुंधरा की सरकार ने ये सब खाद्य सुरक्षा योजना में लाभ पाने के लिए शर्त के तौर पर रख रही है। स्थानीय प्रशासन जिस तरह से इस मुद्दे पर संवेदनहीनता दिखा रहा है इससे लगता है कि लोगों और प्रशासन के बीच संवाद शून्यता है।
इन अधिकारियों ने हिदायत दी है कि, जो बोर्ड लगवाने से मना करेगा उसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से बाहर कर दिया जाएगा। आखिर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसी भी परिवार को इस तरह से समाज में शर्मिंदा करने का हक किसने दिया है !
क्या यह सरकार या प्रशासन वालों के घर से दिया जा रहा है! लोगों के टैक्स के पैसे से बनने वाली योजनाओं में अगर उन्हें ही फायदा पहुंचाने की बात की जाती है तो उसका लाभ पाने के लिए इस तरह से ज़लील करके यह सरकार क्या साबित करना चाहती है!
" शर्मनाक !!"— Swaraj India (@_SwarajIndia) 20 June 2017
राजस्थान सरकार ने किसानों को NFSM के तहत लाभ लेने के लिए, घर के बाहर "मैं अत्यंत गरीब हूँ" लिखने के लिए कहा। pic.twitter.com/hT7V73F56J
एक स्थानीय अखबार की खबर को साझा करते हुए स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव कहते हैं, गरीबी का ऐसा भद्दा मजाक और अपमान किसी सरकार को शोभा नहीं देती।
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