देखिये कैसे मीडिया असली मुद्दों और सरकार की नाकामियों से जनता का ध्यान भटका रही है !
मैंने काफी दिन से नोटिस किया है कि भारत की मीडिया विकाश और देश के आतंरिके मुद्दे पर डिबेट कम और पाकिस्तानी कलाकारों को काम देना चाहिए या नही इस पर ज्यादा बहस करती नज़र आ रही है या भारत -पाकिस्तान और भारत -चीन के युद्ध की सम्भानओं पर बात करती दिख रही है जबकि ऐसा कुछ भी नही है
क्या मीडिया जनता से असली मुद्दों को छुपाने की कोशिश कर रही है । क्या वो सरकार की विफलतायो को देश की जनता से छुपाने का काम कर रही है।
मीडिया देश में महंगाई, अशिक्षा, बेरोजगारी, भरस्टाचार, कुपोषण और कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाने की बजाय पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने न देने का मुद्दा जनता के सामने पेश कर रही है।
मीडिया देश में महंगाई, अशिक्षा, बेरोजगारी, भरस्टाचार, कुपोषण और कानून व्यवस्था के मुद्दे उठाने की बजाय पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने न देने का मुद्दा जनता के सामने पेश कर रही है।
अभी एक फिल्म ऐ दिल है मुश्किल का पुरजोर विरोध किया जा रहा है जिसमे एक पाकिस्तानी कलाकार है और विरोध भी वो लोग कर रहे हैं जो खुले आम धमकी और गुंडागर्दी करते नज़र आते है अगर पाकिस्तानी कलाकार का फिल्म में होना ही इतना बड़ा जुर्म है तो भारत सरकार पाकिस्तानी कलाकारों को वर्किंग वीज़ा ही क्यों देती है क्यों अभी तक भारत में पाकिस्तानी कलाकारों और पाकिस्तानी फिल्मो को भारत में बैन नही किया ।
क्या पाकिस्तानी कलाकारों को फिल्म में काम न देकर ही हमारी देशभक्ति पूरी हो जाती है मैं भी चाहता हु की पाकिस्तान पर बैन लगे लेकिन सिर्फ कलाकार ही क्यों?
1. क्या सरकार को आतंकी देश पाकिस्तान से अपना व्यापार बंद नही कर लेना चाहिए?
2. क्या भारत की सरकार को अभी तक मोस्ट फेवोरेट नेशन( MFN ) का दर्ज़ा नही छीन लेना चाहिए था ये मीडिया सरकार को देशद्रोही क्यों नही बोलती जो अभी तक सरकार पाकिस्तान से MFN का दर्ज़ा नही छीन पाई है
क्या पाकिस्तानी कलाकारों को फिल्म में काम न देकर ही हमारी देशभक्ति पूरी हो जाती है मैं भी चाहता हु की पाकिस्तान पर बैन लगे लेकिन सिर्फ कलाकार ही क्यों?
1. क्या सरकार को आतंकी देश पाकिस्तान से अपना व्यापार बंद नही कर लेना चाहिए?
2. क्या भारत की सरकार को अभी तक मोस्ट फेवोरेट नेशन( MFN ) का दर्ज़ा नही छीन लेना चाहिए था ये मीडिया सरकार को देशद्रोही क्यों नही बोलती जो अभी तक सरकार पाकिस्तान से MFN का दर्ज़ा नही छीन पाई है
3. क्या सरकार को पाकिस्तान से सारे नाते नही तोड़ लेने चाहिए ।क्या समझौता एक्सप्रेस बंद नही हो जानी चाहिए थी
सिर्फ पाकिस्तानी कलाकार को काम देना देशद्रोह और उससे व्यापार और MFN का दर्ज़ा बने रहने देना देशभक्ति
मुझे समझ नही आता ये देश में कैसी राजनीती हो रही है
Indian politics
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