आखिर क्यों अरविन्द केजरीवाल पुरानी पेंशन योजना लाने पर अड़े है जानिए 12 फायदे

दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में देश भर से आए कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जुटे तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी समर्थन देने उनके बीच पहुंच गए। केजरीवाल ने यहां मौजूद मंच से कहा कि सरकारी कर्मचारियों को दुखी कर कोई सरकार खुश नहीं रह सकती। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की कि उनकी सरकार पुरानी पेंशन योजना बहाल करेगी और वह अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी ऐसा करने के लिए पत्र लिखेंगे। जिससे आंदोलन में शामिल होने आए कर्मचारियों की खुशी दोगुनी हो गई.

उन्होंने कहा कि विधानसभा के विशेष सत्र में, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा।

अखिल शिक्षक, कर्मचारी कल्याण संघ (एटीईडब्ल्यूए) द्वारा रामलीला मैदान में आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे केजरीवाल ने कहा कि इसको फिर केन्द्र के पास मंजूरी के लिया भेजा जाएगा। मैं इसे लागू कराने के लिए केन्द्र से लडूंगा। उन्होंने कहा कि वह पश्चिम बंगाल, केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के अपने समकक्षों से इस संबंध में बात करेंगे। 
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, केजरीवाल ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों में देश की सरकार बदलने की ताकत है। मैं केन्द्र सरकार को आगाह करना चाहता हूं कि अगर कर्मचारियों की मांग तीन महीने के अंदर पूरी नहीं की गई, तो वर्ष 2019 में कयामत आएगी।

केजरीवाल ने नई पेंशन योजना को सरकारी कर्मचारियों के साथ विश्वासघात और धोखाधड़ी बताया। उन्होंने कहा कि मैं मोदी जी से कहना चाहूंगा कि आप सरकारी कर्मचारियों को हताश कर राष्ट्र का निर्माण नहीं कर सकते। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आप' सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा एवं जल आपूर्ति के क्षेत्रों में इन कर्मचारियों के सहयोग से ही काम कर पाई है।

वंही आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह भी रामलीला मैदान पहुंचे और उन्होंने कहा, जब 40 दिन सांसद व विधायक रहे लोगों को ताउम्र पेंशन मिल सकता है, तो 40 साल तक सरकारी कर्मचारी रहे लोगों को क्यों नहीं पेंशन मिल सकता।

मौजूदा केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए संजय सिंह ने कहा इस सरकार ने घोटाला करने वाले और भ्रष्टाचार करने वालों का साथ दिया है। रामलीला मैदान का श्राप मत लेना। पेंशन वालों को हलके में जो लेगा उसे रामलीला मैदान में कही गयी बातों का श्राप लगेगा। 

Know the difference between New and Old Pension Schemes:-



हमारे बहुत से साथी नयी पेंशन योजना व पुरानी पेंशन योजना में अन्तर नहीं जानते आज मैं आप को इसका अन्तर स्पष्ट करने की कोशिश करूगाँ –
तो आइए देखते हैं दोनो में अन्तर –
1-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 सुविधा उपलब्ध है जबकि नयी पेंशन योजना में जी0 पी 0एफ0 की सुविधा उपलब्ध नहीं है ।

2-पुरानी पेंशन के लिए वेतन से कोई कटौती नहीं होती है जबकि नयी पेंशन योजना में वेतन से प्रति माह 10%की कटौती निर्धारित है ।

3-पुरानी पेंशन योजना में रिटायरमेन्ट के समय एक निश्चित पेंशन( अन्तिम वेतन का 50%) की गारेण्टी है जबकि नयी पेंशन योजना में पेंशन कितनी मिलेगी यह निश्चित नहीं है यह पूरी तरह शेयर मार्केट व बीमा कम्पनी पर निर्भर है ।

4-पुरानी पेंशन सरकार देती है जबकि नयी पेंशन बीमा कम्पनी देगी । यदि कोई समस्या आती है तो हमे सरकार से नहीं बल्कि बीमा कम्पनी से लडना पडेगा ।

5-पुरानी पेंशन पाने वालों के लिए रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी( अन्तिम वेतन के अनुसार 16.5माह का वेतन) मिलता है जबकि नयी पेंशन वालों के लिये ग्रेच्युटी की व्यवस्था सरकार ने हाल ही में की है जिसकी जानकारी भी नीचे उपलब्ध है ।

6-पुरानी पेंशन वालों को सेवाकाल में मृत्यु पर डेथ ग्रेच्युटी मिलती है जो 7पे कमीशन ने 10लाख से बढाकर 20लाख कर दिया है जबकि नयी पेंशन वालों के लिए डेथ ग्रेच्युटी की सुविधा अभी हाल ही में की गयी है ।

7-पुरानी पेंशन में आने वाले लोंगों को सेवाकाल में मृत्यु होने पर उनके परिवार को पारिवारिक पेंशन मिलती है जबकि नयी पेंशन योजना में पारिवारिक पेंशन को समाप्त कर दिया गया है, लेकिन सरकार इस पर भी विचार कर रही है, कुछ  ।

8-पुरानी पेंशन पाने वालों को हर छ: माह बाद महँगाई तथा वेतन आयोगों का लाभ भी मिलता है जबकि नयीपेंशन में फिक्स पेंशन मिलेगी महँगाई या वेतन आयोग का लाभ नहीं मिलेगा यह हमारे समझ से सबसे बडी हानि है ।

9-पुरानी पेंशन योजना वालों के लिए जी0 पी0 एफ0 से आसानी से लोन लेने की सुविधा है जबकि नयी पेंशन योजना में लोन की कोई सुविधा नही है( विशेष परिस्थिति में कठिन प्रक्रिया है केवल तीन बार वह भी रिफण्डेबल) ।

11-पुरानी पेंशन योजना में जी0 पी0 एफ0 निकासी( रिटायरमेंट के समय) पर कोई आयकर नहीं देना पडता है जबकि नयी पेंशन योजना में जब रिटायरमेंट पर जो जो अंशदान का 60%वापस मिलेगा उसपर आयकर लगेगा

12-जी 0पी0एफ0 पर ब्याज दर निश्चित है जबकि एन0 पी0 एस0 पूरी तरह शेयर पर आधारित है ।
साथियों आशा है आप इस अन्तर को समझेगें और अपने भले -बुरे का विचार जरूर करेगें ।

नयी पेंशन पर और जानकारी

नई पेंशन स्कीम के तहत नियुक्त केंद्रीय कर्मियों के लिए राहत वाली खबर है। उन्हें भी पुराने पेंशनरों की तरह रिटायरमेंट और डेथ ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा। नई पेंशन स्कीम लागू होने के बाद तय नहीं था कि इसके तहत नियुक्त कर्मियों को ग्रेच्युटी मिलेगी या नहीं।

इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी लेकन अब इस बाबत स्पष्ट रूप से दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं और कहा गया है कि नई पेंशन स्कीम से आच्छादित कर्मचारी भी ‘रिटायरमेंट ग्रेच्युटी और डेथ ग्रेच्युटी’ के लिए अर्ह होंगे।
केंद्रीय विभागों में जिनकी नियुक्त एक जनवरी 2004 या उसके बाद हुई है, वे कर्मचारी नई पेंशन स्कीम में शामिल हैं।

नई पेंशन स्कीम लागू होने के बाद कर्मचारियों के लिए सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। ऐसे कर्मचारियों के वेतन से अब जीपीएफ की कटौती नहीं की जाती है। वेतन से सिर्फ पेंशन फंड के लिए कटौती होती है।
नई पेंशन नीति लागू होने पर कई दिनों तक यह भी स्पष्ट नहीं हो सका कि कर्मचारियों को जीपीएफ का लाभ मिलेगा या नहीं लेकिन बाद में स्थिति साफ की गई और तय हुआ कि वेतन से सिर्फ पेंशन फंड के लिए कटौती की जाएगी। जीपीएफ का लाभ उन्हें नहीं मिलेगा।

इसी तरह ग्रेच्युटी को लेकर भी अब तक उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। नई पेंशन स्कीम लागू होने के बाद कहीं भी स्पष्ट नहीं किया गया था कि इस स्कीम के तहत नियुक्त कर्मचारियों को ग्रेच्युटी मिलेगी या नहीं लेकिन अब केंद्रीय पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए स्थिति स्पष्ट कर दी है, जिसके मुताबिक सरकार ने निर्णय लिया है कि नई पेंशन स्कीम से आच्छादित कर्मचारी भी सेंट्रल सिविल सर्विस (पेंशन) रूल, 1972 से अच्छादित कर्मचारियों की तरह ‘रिटायरमेंट ग्रेच्युटी और डेथ ग्रेच्युटी’ के हकदार होंगे। यानी नई पेंशन स्कीम के तहत नियुक्त कर्मियों को भी ग्रेच्युटी मिलेगी।

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