राफेल डील के विरोध में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भीख मांग पीएम मोदी को भेजे 420 रुपए!!जाने पूरा मामला
आम आदमी पार्टी (आप) ने मोदी सरकार की घातक नीतियों व फ्रांस के साथ हुए राफेल डील के विरोध में हजरतगंज जीपीओ पर भीख मांगकर अपना विरोध जताया और भीख में मिले 420 रुपए का डीडी बनाकर प्रधानमंत्री मोदी को भेजा दिया
आम आदमी पार्टी का ये अनोखा विरोध है उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ के वादे को याद दिलाया। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की जनता की गाढ़ी कमाई से दिए हुए टैक्स के पैसे की लूट खसोट बंद करे।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि मोदी सरकार ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ के वादे के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन आज भाजपा ‘खाओ और खाने दो’ की नीति पर चल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार खा भी रही है और अपने उद्योगपति बंधुओं को खाने की खुली छुट भी दे रही है। वैभव ने कहा कि यूपीए सरकार जिन विमानों की खरीद के लिए 450 करोड़ रुपए प्रति विमान खर्च कर रही थी। उसी विमान को मोदी सरकार 1650 करोड़ रुपए प्रति विमान की दर से खरीद रही है। साथ ही अनिल अम्बानी की कम्पनी को कलपुर्जे बनाने के लिए 22 हजार करोड़ रुपए का ठेका दिया जा रहा है, जो कि मात्र दो महीने पहले ही बनी थी जबकि एचएएल जैसी कम्पनी जिसने आजादी के बाद से देश के लिए लगभग सभी लड़ाकू विमान बनाए हैं उसके अनुभव को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इन सब बातों से स्पष्ट है कि राफेल विमान की खरीद के जरिये एक बड़े घोटले को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदर्शन में जिला सचिव एस पी बागी, प्रीतपाल सिंह सलूजा, बालगोविंद वर्मा, अभिषेक यादव, पीएल सोनी, प्रदीप अस्थाना सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
आम आदमी पार्टी का ये अनोखा विरोध है उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ के वादे को याद दिलाया। पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की जनता की गाढ़ी कमाई से दिए हुए टैक्स के पैसे की लूट खसोट बंद करे।
पार्टी प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि मोदी सरकार ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ के वादे के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन आज भाजपा ‘खाओ और खाने दो’ की नीति पर चल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार खा भी रही है और अपने उद्योगपति बंधुओं को खाने की खुली छुट भी दे रही है। वैभव ने कहा कि यूपीए सरकार जिन विमानों की खरीद के लिए 450 करोड़ रुपए प्रति विमान खर्च कर रही थी। उसी विमान को मोदी सरकार 1650 करोड़ रुपए प्रति विमान की दर से खरीद रही है। साथ ही अनिल अम्बानी की कम्पनी को कलपुर्जे बनाने के लिए 22 हजार करोड़ रुपए का ठेका दिया जा रहा है, जो कि मात्र दो महीने पहले ही बनी थी जबकि एचएएल जैसी कम्पनी जिसने आजादी के बाद से देश के लिए लगभग सभी लड़ाकू विमान बनाए हैं उसके अनुभव को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इन सब बातों से स्पष्ट है कि राफेल विमान की खरीद के जरिये एक बड़े घोटले को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदर्शन में जिला सचिव एस पी बागी, प्रीतपाल सिंह सलूजा, बालगोविंद वर्मा, अभिषेक यादव, पीएल सोनी, प्रदीप अस्थाना सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए।
Comments
Post a Comment